सोयाबीन के10 फायदे और नुकसान – Soybean Benefits and Side Effects in Hindi
सोयाबीन क्या है?
सोयाबीन, जिसे वैज्ञानिक रूप से ग्लाइसिन मैक्स के नाम से जाना जाता है, एक खेती की जाने वाली फसल है। इसे तिलहन फसल के बजाय दलहनी फसल के रूप में वर्गीकृत किया गया है। सोयाबीन, जिसे मुख्य रूप से दाल के रूप में पहचाना जाता है, को अक्सर इसकी समृद्ध प्रोटीन सामग्री के कारण “शाकाहारी मांस” कहा जाता है।
इसका वानस्पतिक पदनाम ग्लाइसीन मैक्स है। यह बहुमुखी खाद्य पदार्थ अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए महत्व रखता है। एक महत्वपूर्ण खाद्य स्रोत के रूप में कार्य करते हुए, सोयाबीन में मुख्य रूप से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा होते हैं। सोयाबीन की संरचना में, आप 42% प्रोटीन, 22% तेल, 21% कार्बोहाइड्रेट, 12% नमी और 5% राख पा सकते हैं।
सोयाबीन में कई बीमारियां और इन्फेक्शन का इलाज छुपा है। प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है। इसमें मिनरल्स के अलावा विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन ए की भी भरपूर मात्रा पाए जाते हैं। इसलिए आम लोगों से लेकर जिम करने वाले लोग भी प्रोटीन के सेवन के लिए सोयाबीन को तहरीर देते हैं।
ऐसे लोग तरह तरह के खाते हैं। सोयाबीन को सब्जी या पराठे के रूप में भी खाया जाता है तो इसके कट लेते या फिर दूध में मिक्स करके भी खाया जा सकता है के रूप में भी काफी हेल्दी होता है।
सोयाबीन को भिगोकर खाने से क्या होता है?
जो लोग सारे रूप से दुबले पतले और शरीर से कमजोर होते हैं, उन लोगों को सोयाबीन को पानी के साथ भिगोकर सुबह के समय में खाली पेट खाने से अनेक प्रकार के फायदे होते हैं। भीगी हुई सोयाबीन आपके पेट में पाए जाने वाले कीड़े और बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करता है।
इसमें पाया जाने वाला फाइबर पेट से संबंधित रोगों को ठीक कर पाचनशक्ति को बढ़ाता है।
क्या सोफिट सोया दूध से चाय बना सकते हैं?
दरअसल इसे सोया दूध या सोयाबीन, दूध या सोया रस भी कहा जाता है और कभी कभी सोया शरबत भी कहते हैं। ये सोयाबीन से बना एक बेहद ये तेल, पानी और प्रोटीन का एक स्तर पाया सा है, जो सूखे सोयाबीन को भिगोकर पानी के साथ पीसकर बनाया जाता है।
सोयाबीन के साथ चने खाने से क्या होता है असर?
चने में प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। फाइबर होने के साथ ही है। बॉडी की ग्रोथ करने में भी मददगार है। इसके अलावा सोया प्रोटीन की कमी को पूरा करने का काम करता है। रोजाना इसका सेवन लाभकारी है।
सोया और चने को भिगोकर खाने से या जल्दी बच जाते है। सुबह वर्कआउट करने के बाद इन्हें खाना चाहिए। इसके 10 मिनट बाद एक गिलास दूध पी सकते हैं। लगातार एक महीने तक इसका सेवन करने से शरीर में फर्क महसूस होना शुरू हो जाएगा।
सोयाबीन खाने से कौन सी बिमारी हो सकती है?
दरअसल हालांकि सोयाबीन से कुछ एलर्जी और नुकसान भी हो सकता है।
जैसे कि सोयाबीन में कुछ ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजन की नकल कर लेते हैं। इससे महिलाओं में हार्मोन संबंधी गड़बड़ी हो सकती है। वहीं पुरुषों में इसके अत्यधिक सेवन से ना पुरुष सकता और स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है।
इसलिए सोयाबीन का सेवन हर किसी को एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। हृदय से संबंधित बिमारी हो तो भी भूलकर भी सोयाबीन नहीं खाने चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को माइग्रेन की दिक्कत हो, बॉडी फूलने वाला थाइरोइड हो तो भूलकर भी सोयाबीन नहीं खाना चाहिए।
क्या गर्भवती महिलाएं सोयाबीन खा सकती हैं?
दर्शक गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं में इससे अधिक खाने से जी मिचलाने और चक्कर आने की समस्या होती है। अगर इसे खाने से पेट फूलना और उस में खिंचाव आने की समस्या होती है तो इससे कम खाना चाहिए।
यूरिन एसिड अधिक है तो इसे कम मात्रा में खाना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाहिए।
सोयाबीन खाना, पुरुषों के लिए जहर क्यों है?
दर्शक कुछ लोगों का मानना है कि पुरुषों को इससे दूर रहना चाहिए क्योंकि ये पुरुषों में सेक्शुअल प्रॉब्लम बढ़ाता है। ताजा अध्ययन के मुताबिक नियमित सोयाबीन खाने से शुक्राणुओं की संख्या घटकर आंधी रह जाती है।
उन लोगों के सैंपल में करीब 4,00,00,000 शुक्राणु कम पाए गए हैं। जिन लोगों ने रोजाना या 1 दिन छोड़कर सोयाबीन से बने उत्पादों का सेवन किया था, कुछ लोगों के अनुसार अधिक मात्रा में सोयाबीन खाने से उस समय सेक्स से समस्या बढ़ जाती है।पुरुषों के हार्मोन, लिवर, पावर, स्पेन की संख्या और प्रजनन क्षमता का स्तर भी कम हो जाता है।
सोयाबीन खाने से वजन तेजी से क्यों बढ़ता है?
जैसे नाश्ते में सोयाबीन एवं अंकुरित अनाज का सेवन करें। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। शरीर को मजबूत बनाने और वजन में वृद्धि के लिए इसे मोटा होने की दवा के रूप में उपयोग किया जाता है।सिर्फ प्रोटीन ही नहीं सोयाबीन में विटामिन और खनीज जैसे आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम भी पाया जाता है।
इसमें रेस्टोरेंट इन फ्लाइट की मात्रा भी कम होती है। इसलिए हेल्थी डाइट के लिये भी यह बहुत अच्छा ऑप्शन है। इसी कारण की वजह से सोयाबीन खाने से वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
शुगर मरीज सोयाबीन की रोटी खा सकता है?
दरअसल सोयाबीन में आइसोफ्लोरेन नाम का एक घटक होता है जो मधुमेह और हृदय रोग का खतरा कम करता है। सोयाबीन खाने से कलेस्ट्रॉल और ब्लड ग्लूकोस का स्तर कम होता है और यह मधुमेह से पीड़ित लोगों में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करती है।
मधुमेह रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी सोयाबीन बहुत ही फायदेमंद होता है। मधुमेह के रोगियों के लिए सोयाबीन से बनी रोटी का उपयोग लाभदायक होता है। इसके अलावा सोयाबीन के रोजाना सेवन से मधुमेह रोग से पीड़ित व्यक्तियों की मुद्रा से संबंधित परेशानियां भी दूर होती है।
सोयाबीन खाने का सही समय क्या होता है?
सोयाबीन खाने का सही समय आपकी दिनचर्या और आप इसे अपने आहार में क्यों शामिल करना चाहते हैं इस पर भी निर्भर करता है। सोयाबीन का सेवन कसरत करने से 30 मिनट पहले कर सकते हैं।
पसंद करने के तुरंत बाद कर सकता है और सोने से पहले भी इसका सेवन किया जा सकता है।
सोयाबीन खाने से हड्डियों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
सोयाबीन हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है। अक्सर महिला घुटनों और कमर के दर्द की शिकायत करती है।
ऐसा कमजोर हड्डियाँ या फिर नसों पर दबाव की वजह से होता है क्योंकि सोयाबीन में विटामिन्स, मिनरल्स के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे पोषक तत्व पाया जाता है ।
सोयाबीन खाने से हृदय पर क्या असर होता है?
दरअसल, सोयाबीन, डायबिटीज़ और हार्ट डिजीज की रोकथाम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैट बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा दिल के लोग होने बस सोयाबीन खाने की सलाह दी जाती है। आप ऐसे भी सोयाबीन खाना शुरू कर देंगे तो आपको दिल की बिमारी नहीं होगी।
सोयाबीन के फायदे | Soybean Benefits, Uses
जी हाँ, दोस्तों बहुत सारे लोग है उनको सोयाबड़ी खाना बहुत पसंद है। जी हाँ, तो इसके फायदे क्या कहे दोस्त तो सबसे पहला जिसका फायदा है
1.वो ये है की इसमें प्रोटीन की मात्रा होती है ।
2.सोयाबड़ी का ये होता है की ये फाइबर से रिच होता है। यानी की अगर आप अपने शरीर में फाइबर की आपूर्ति करना चाहते हैं। आप चाहते हैं की आपका वजन बहुत तेजी से घटे तो आप दुबले पतले तो लम्बे समय तक इसका सेवन करें ।
३.पेट ना निकला रहे तो इसके लिए आपको अपने शरीर में फाइबर की आपूर्ति करनी पड़ेगी और सोयाबड़ी से अच्छा फाइबर और कुछ भी नहीं है। ये बात ध्यान रख लीजिये तो इसीलिए अगर आप फाइबर का सेवन करना चाहते हैं, फाइबर प्राप्त करना चाहते हैं तो सोयाबड़ी का सेवन करिए।
४.आपके बाल और स्किन के लिए। जी हाँ, इस में अच्छे खासे मिनरल पाए जाते हैं जो कि आपके शरीर के लिए, आपके बाल के लिए आपके स्किन के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसका अच्छे से सेवन करेंगे तो आपके बाल आपकी स्किन आपकी जो त्वचा है, उसमें गजब की चमक आएगी तो इसीलिए सोयाबड़ी का सेवन कम से कम अल्टरनेट डेज पर जरूर करें।
५.चाहे इसे दूध में उबालकर खाएं, चाहें बौल करके खाइये चाहिए, उसकी सब्जी बनाइए या फिर इसको चावल में डाल दीजिये। कई तरह से आप इसका प्रयोग कर सकते हैं।
६ इसकी पचासों रेसिपीस यूट्यूब पर पड़ी है। उनको जाकर देखिए सोयाबड़ी को खाकर अपने शरीर को मजबूत और बेहतर बनाई है।