पायरिया के लक्षण(payriya ke lakshan) दातो को पायरिया होने से कैसे बचाये :-
पायरिया दांतो की गंभीर बीमारी है जिसका सही तरीके से इलाज न करने पर आपके दांतो को तुड़वाने तक की समस्या आ जाती है इसे मसूड़ो का रोग भी कहते है ,इसका मुख्य कारण मुँह के अंदर पाए जाने वाले Bacteriya है,जो की ज्यादातर किसी भी चीज की सेवन के पश्चात ,अच्छी तरह से मुँह की सफाई नहीं करने के कारण होती है |
पायरिया की वजह से मसूड़ों में सूजन हो जाती है , दांतो और मसूड़ों से खून आता है | जिसकी वजह से रोगी को समस्या बानी रहती है , इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए मैकेट में कई तरह की दवाइयां उपलब्ध है | आप चाहे तो इसे घरेलु नुस्को से भी ठीक कर सकते है , पायरिया को ठीक करने के लिए आप हल्दी का इस्तेमाल कर सकते है , हल्दी में कई तरह के प्रकृत गुण मौजूद होते है , इनके एंटी ऑक्सीडेंट , एंटी बैक्टीरियल और एंटी सेफ्टिक गुण पायरिया को ठीक करने के लिए बहुत ही कारगर तरीका है |
लक्षण :-
- मसूड़ों में सूजन का होना
- मुँह से बदबू आना
- दातो की स्थिति में बदलाव होना
- लाल कोमल सूजन युक्त मसूड़े
- खाना चबाने में तक़लिब महसूस होना
- मुँह में ख़राब स्वाद आना
(payriya ke lakshan) पायरिया के कारण :-
- गलत तरीके से खानपान करने से
- दांतो की सही तरीके से देख – भाल न करना
- तंबाकू का सेवन से
- कई दिनों तक दातुन ब्रश नहीं करने के कारण
- दांतो की बीच खाना फसे रहने के कारण
- दांतो में गलत तरीके से टूथ पेस्ट इस्तेमाल से |
(payriya )दांतो से पायरिया कैसे हटाए ? :-
हम पायरिया की समस्या से निपटने के लिए नीम ,बब्बूल, करंजी आदि का दातुन उपयोग में ला सकते है | इन दातुनो में पायने जाने वाले हर्बल पदार्थ दातो और मसूड़ो को स्वस्थ रखने का काम करते है | इनके अलवा पायरिया को हटाने के लिए ,पानी को थोड़ा गुनगुना करके उसमे थोड़ा नमक डालकर कुल्ला कर सकते है | एंटीबायोटिक टेबलेट का सेवन कर सकते है यह कुछ टैबलट्स के नाम दिए जा रहे है जो इस प्रकार है :
- Blumox ca
- Bactoclav
- Mega CV
- Advent
- Rite O Cef CV
- Clavam
- OAxipod CV
- Moxikind CV
- Moxikind CV
- Er0x CV
(payriya)दातो को पायरिया होने से कैसे बचाये :-
दांतो में पायरिया होने से बचाने से पहले इसके कारण को जानना जरूरी है , पायरिया मुँह में रहने वाले बैक्टेरिया के कारण होता है | जब हम कोई चीज खाते है और मुँह की सफाई अच्छे तरीके से नहीं हो पति तो , बैक्टीरिया उसमे संक्रमण पैदा कर देता है और पायरिया रोग हो जाता है | पायरिया से बचाओ के लिए हमें निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए ,
- दांतो और मुँह की सफाई पानी या ब्रश से ही अच्छे से करे |
- दांतो को साफ करने के लिए किसी टूथपिक ,सेफ्टी पिन या किसी अन्य नुकीली वस्तु का इस्तेमाल न करे |
- फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करे |
- हलके गुनगुने पानी में नमक डालकर कुला करे |
- अगर आपको पायरिया हो गया है तो कुल्ला, करने के लिए फिटकरी के पानी का उपयोग कर सकते है |
- रोजाना कम से कम एक बार जरूर कुल्ला करे |
- फाइबर युक्त भोजन का सेवन करे |
- रत में सोने से पहले पायरिया से दांतो को बचने के लिए दांतो की अच्छे से सफाई जरूर करे |
दांतों में पायरिया(payriya) कैसे हटाए?
- सुबह सोकर उठने के बाद और रात को सोने से पहले, रोज सही तरीके से दांत साफ करें।
- नीम या बबूल की दातून खूब चबाकर उससे ब्रश बनाकर दांत साफ करने चाहिए।
- नीम का तेल मसूढ़ों पर अंगुली से लगाकर कुछ मिनट रहने दें, फिर पानी से दांत साफ कर लें।
- नाश्ता-खाना या फिर चाय-कॉफी, इनके सेवन के बाद पानी से कुल्ला करने की आदत डालें। इससे मुंह साफ रहेगा और दांत लंबे समय तक मजबूत रहेंगे।
- रात को सोते समय 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण जल के साथ तथा दिन में 2 बार अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करें।
- पायरिया की समस्या से लड़ने के लिए के पत्तियों का रस निकालकरामसूड़ों के चारों तरफ लगाएं और करीब 10 से 15 मिनट एक बार कुल्ला करने से पायरिया की जड़ से खत्म किया जा सकता है.
- नारियल और तिल के तेल से मालिश पायरिया से छुटकारा पाने के लिए मसूड़ों की मालिश करें
पायरिया रोग किसकी कमी से होता है?
- शरीर में कैल्शियम की कमी की वजह से भी पायरिया हो जाता है।
- पोषण की कमी यदि आहार में विटामिन बी और सी, कैल्शियम आदि पोषक तत्व न हों, तो यह स्थिति मसूड़ों के रोगों को बढ़ावा दे सकती है।
- दांतों की ठीक से देखभाल न करने कारण तथा भोजन के ठीक से न पचने के कारण होता है।
- लिवर की खराबी के कारण रक्त में अम्लता बढ़ जाती है।
- अन्य वरिष्ठ भोज्य पदार्थों का सेवन , पान, गुटखा, तम्बाकू आदि का सेवन, भोजन को ठीक से चबाकर न खाना ।
- मसूड़ों की खराबी और दांत-मुंह की साफ सफाई में कमी रखने से होता है।
पायरिया के लिए सबसे अच्छा मंजन कौन सा है?
- एंटीसेप्टिक टूथपेस्ट जो मसूड़ों और दांतों को मजबूत बनाता है। मजबूत जीवाणुरोधी गुण और इसकी कसैले संपत्ति आपके मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
- डायमंड मंजन मसूड़ों, खराब दांत की ताकत, दांत के दर्द आदि जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बहुत प्रभावी है। चयनित जड़ी बूटियों और ऑर्गेनिक इंग्रेडिएंट से तैयार, आयुर्वेदिक डायमंड मंजन बहुत प्रभावी है और इसे किसी भी द्वारा उपयोग किया जा सकता है।
- पतंजलि एडवांस्ड कान्ति मंजन में हैं नीम, हल्दी, लौंग, बबूल, वज्रदंती जैसी 26 जड़ी-बूटियों के गुण जो कीटाणुओं से आपके दांतों की रक्षा करता है और उन्हें पायरिया जैसी समस्याओं से बचाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से आप दांतों में कीड़े, पीलापन, मसूड़ों की सूजन आदि समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
पायरिया का देसी इलाज क्या हैpayriya rog ki dava
- सुबह-शाम पानी में नींबू का रस निचोड़कर पिए।
- एक कटोरी में थोड़ा सा सरसों का तेल में हल्दी मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें और इसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें
- नीम में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं। आप पायरिया की समस्या से लड़ने के लिए के पत्तियों का रस निकालकरामसूड़ों के चारों तरफ लगाएं और करीब 10 से 15 मिनट एक बार कुल्ला करने से पायरिया की जड़ से खत्म किया जा सकता है.
- पालक, गाजर और गेह के जवारे का रस नित्य प्रति पिएं। यह अपने आप में स्वतः औषधि का कार्य करता है।
- रात को सोते समय हरें खाकर गरम दूध पीयें।
- सुबह 2ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण पानी के साथ लें।
- जामुन की छाल के काढ़े से दिन में कई बार कुल्ले करे।
- सरसों के तेल में नमक मिलाकर अंगुली से दांतों को इस प्रकार मले कि मसूढ़ों की अच्छी तरह मालिश हो जाए।
पायरिया रोग कहां होता है
- मसूड़ों की अंदरूनी परत और हड्डियां, दांतों और दांतों के खांचे से दूर हो जाती है।
- कई बार मुंह से खून, दर्द और बदबू आने लगती है।
- पायरिया की वजह से मसूड़ों में सूजन होने लगते हैं।
- मुंह से बदबू, मसूड़ों से खून और दांत हिलना , दांतों में दर्द, दांतों और मसूड़ों से खून आता है।
- मुंह का स्वाद बदल जाता है। शरीर में सूजन आने लगती है।
पायरिया का मंजन कैसे बनाएं
- फिटकरी को भूनकर पीस लें। इसका मंजन पायरिया में लाभप्रद है।
- जटामांसी 10 ग्राम, नीला थोथा 10 ग्राम, कालीमिर्च 5 ग्राम, लॉग 2 ग्राम, अजवाइन 2 ग्राम, अदरक सुखी 5 ग्राम, कपूर 5ग्राम, संधार 5ग्राम तथा गेरू 10 ग्राम इन वस्तुओं का समान मात्रा में महीन चूर्ण बनाकर रख लें। इससे दिन में 3 बार अंगुली से रगड़-रगड़कर देर तक अच्छी तरह से मंजन करें। यह मंजन पायरिया की अनुभूत औषधि है।
- नीम के पत्ते को सुखाकर उसे किसी बर्तन में रखकर जला लें। बाद में इसकी राख को छानकर उसमें सेंधा नमक मिला लें। सेंधा नमक की मात्रा राख की मात्रा के बिल्कुल बराबर होनी चाहिए। इस पाउडर से नियमित तीन-चार बार मंजन करने से पायरिया की समस्या दूर हो जाएगी।
पायरिया मेडिसिन (payriya rog ki dava)
मजबूत जीवाणुरोधी गुण और इसकी कसैले संपत्ति आपके मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करती है। बुरी सांस दूर रखता है और स्वस्थ मसूड़ों का समर्थन करता है।
- Afflatus Afflodent आयुर्वेदिक टूथपेस्ट
- क्रेओसोटे200 (creosote 200)
- कार्बो वेज 200 (Carbo Veg 200)
- फास्फोरस 200 (Phosphorus 200)
- लैकेसिस 20(Lachesis 20)
- प्लांटैगो क्यू (Plantago Q)
- कैलेंडुला 30 (calendula 30)
- सिलिकिया 12x (Silicea 12x)
payriya-पायरिया रोग किसके द्वारा होता है
पायरिया शरीर में कैल्शियम की कमी होने, मसूड़ों की खराबी और दांत-मुंह की साफ सफाई में कमी रखने से होता है। इस रोग में मसूड़े पिलपिले और खराब हो जाते हैं और उनसे खून आता है। सांसों में भयानक बदबू आना, ब्रश करते वक्त मसूड़ों से खून आना, लाल, कोमल या सूजे हुए मसूड़े खाना चबाने में दर्द होना, दांतों की स्थिति में बदलाव आपके मुंह में खराब स्वाद आना ।
पायरिया(payriya)का आयुर्वेदिक इलाज
- नमक और हल्दी चुटकी भर सादा नमक चुटकी भर हल्दी में चार पांच बुंद सरसों का तेल मिला कर उंगली से दांतों पर लगाकर 20 मिनट तक रखें और लार आने पर थूकते रहें।
- कच्चे अमरुद पर थोडा सा नमक लगाकर खाने से भी पायरिया के उपचार में सहायता मिलती है, क्योंकि यह विटामिन सी का उम्दा स्रोत होता है जो दाँतों के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।
- घी में कपूर मिलाकर दाँतों पर मलने से भी पायरिया मिटाने में सहायता मिलती है।
- जीरा, सेंधा नमक, हरड़, दालचीनी, दक्षिणी सुपारी को समान मात्रा में लें, इसे बंद बर्तन में जलाकर पीस लें,इस मंजन का नियमित प्रयोग करें।
- नीम की पत्तियों को धो कर छाया में सुखा लें और फिर उसे एक बर्तन में रख कर जला लें। जब पत्तियां जल जाएं तब बर्तन को ढंक दें और फिर कुछ देर के बाद राख में सेंधा नमक मिला लें। इस मिश्रण को शीशी में भर कर लख लें और चूर्ण बना कर तीन चार बार मंजन करें।
- प्याज के टुकड़ों को तवे पर गर्म कीजिए और दांतों के नीचे दबाकर मुंह बंद कर लीजिए। इस प्रकार 10-12 मिनट में लार मुंह में इकट्ठी हो जाएगी। उसे मुंह में चारों ओर घुमाइए फिर निकाल फेंकिए। दिन में 4-5 बार 8-10 दिन करें, पायरिया जड़ से खत्म हो जाएगा, दांत के कीड़े भी मर जाएंगे और मसूड़ों को भी मजबूती प्राप्त होगी।पायरिया का मतलब मसूड़ों की बीमारी को आमतौर पर पायरिया कहते हैं। इसमें जबड़े और मसूड़ों की हड्डी को नुकसान होता है। अगर इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो बोन और टिशू दोनों डैमेज हो सकते हैं । पायरिया या पीरियोडोंटाइटिस मसूड़ों का गंभीर संक्रमण है, जो लोगों के बीच काफी सामान्य है।
आप पायरिया(payriya) की समस्या से लड़ने और उनसे बचने के उपाय बताया गया है अगर इस पोस्ट में कुछ छूट गया है तो कमेंट बॉक्स पर अपना मैसेज छोड़ सकते हए।
आहार की खुराक का उद्देश्य आहार को पूरक करना है, इसे एक संतुलित आहार और एक स्वस्थ जीवन शैली के विकल्प के रूप में उपयोग न करें।
आशा करते है की आपको पायरिया(payriya ke lakshan) का आयुर्वेदिक इलाज की खुराक उपयोग, उपचार ,दुष्प्रभाव, कीमत को विस्तार से जानकारी मिल गई होगी।